नज़र में रहते हो मगर तुम नज़र नही आते भजन लिरिक्स

नज़र में रहते हो मगर तुम नज़र नही आते भजन लिरिक्स
कृष्ण भजन

नज़र में रहते हो,
मगर तुम नज़र नही आते,
ये दिल बुलाए श्याम तुम्हे,
पर तुम नही आते,
नज़र में रहते हों,
मगर तुम नज़र नही आते।।



सांसो की हर डोर पुकारे साँवरिया,

नैना तुझको ही ढूँढे है साँवरिया,
तू जो नैनो में आ जाए मेरे,
नैनो को बंद करलू साँवरिया,
इधर नही आते सांवरे,
इधर नही आते सांवरे,
ये दिल बुलाए श्याम तुम्हे,
पर तुम नही आते,
नज़र में रहते हों,
मगर तुम नज़र नही आते।।



होता है आभास तुम्हारा साँवरिया,

लगता है तू पास खड़ा है साँवरिया,
गिरने के पहले ही संभालोगे,
हमको यकीन है ये साँवरिया,
मेहर नही करते क्यूँ तुम,
मेहर नही करते,
ये दिल बुलाए श्याम तुम्हे,
पर तुम नही आते,
नज़र में रहते हों,
मगर तुम नज़र नही आते।।



रीवा तेरा नाम जपे है साँवरिया,

हरपल तेरी राह तके है साँवरिया,
तेरे आने की आस लिए दिल में,
तक तक नैना थके है साँवरिया,
खबर नही लेते हमारी,
खबर नही लेते,
ये दिल बुलाए श्याम तुम्हे,
पर तुम नही आते,
नज़र में रहते हों,
मगर तुम नज़र नही आते।।



नज़र में रहते हो,

मगर तुम नज़र नही आते,
ये दिल बुलाए श्याम तुम्हे,
पर तुम नही आते,
नज़र में रहते हों,
मगर तुम नज़र नही आते।।

Singer : Kamlesh Deepak Drolia


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