मेरी तकदीर में मेरे बाबा,
बात ऐसी तू एक लिख देना,
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना।bd।
तर्ज – मेरी किस्मत में तू नहीं।
तेरे भजनों से ही जुड़ा तुझसे,
गहरा भावों का वो समंदर है,
पार हो जाता जो भी सुन लेता,
डूबता जो भी इसके अंदर है,
डूबता जो भी इसके अंदर है,
तेरी किरपा के चर्चे दुनिया में,
सबको बतलाऊं वो हुनर देना,
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना।bd।
तेरी दहलीज पर सुकूं जितना,
इस जमाने में मिल नहीं सकता,
कोई लेके चिराग भी ढूंढे,
ऐसा दरबार मिल नहीं सकता,
ऐसा दरबार मिल नहीं सकता,
तेरी चौखट पे जो चढ़ाऊं मैं,
मेरी आंखों में अश्क वो देना,
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना।bd।
मेरे जब पल हो आखरी बाबा,
तेरा खाटू मिले तमन्ना है,
सांस टूटे तेरे ही भजनों से,
तेरी मिट्टी में मुझको मिलना है,
तेरी मिट्टी में मुझको मिलना है,
‘स्नेह’ की स्याही लेखनी में हो,
तेरे भजनों की वो कलम देना,
Bhajan Diary Lyrics
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना।bd।
मेरी तकदीर में मेरे बाबा,
बात ऐसी तू एक लिख देना,
गाऊं मैं आपके भजन जब तक,
मुझको इतनी ही जिंदगी देना।bd।
Singer – Sanjay Mittal Ji
Lyrics – Amit Bansal ‘Sneh’