मैं खाटू द्वार आया,
आया दुनिया से हार के,
मुझे अपना थोड़ा प्यार दे।।
इक आस लाया हूँ,
तेरा ही गुण गाऊं,
श्याम तेरे कीर्तन में,
मुझे पुरा भरोसा है,
मेरे श्याम बाबा तुझ पर,
बताऊं हर कीर्तन में,
तुम करना ना इन्कार,
आया दुनिया से हार के,
मै खाटु द्वार आया,
आया दुनिया से हार के।।
चर्चा सुनी तेरी,
हारे का सहारा है,
उम्मीद मेरी मत तोड़ना,
बड़ी दूर से आया हूं,
मैं हार के आया हूं,
खाली मुझे मत मोड़ना,
कर लो तुम स्वीकार,
आया दुनिया से हार के,
मै खाटु द्वार आया,
आया दुनिया से हार के।।
ये ‘दीपक दीवाना’ भी,
खाटू में आ करके,
तेरे नाम की चर्चा करें,
हर ग्यारस में आकर,
तेरे भजनों को गाकर,
अपनी खाली झोली भरे,
मेरी थामो तुम पतवार,
आया दुनिया से हार के,
मै खाटु द्वार आया,
आया दुनिया से हार के।।
मैं खाटू द्वार आया,
आया दुनिया से हार के,
मुझे अपना थोड़ा प्यार दे।।
गायक – दीपक दीवाना।
8053184715