खड़ा रहने दे चौखट पे,
तनिक मनुहार करनी है,
मैं लेके आस आया हूँ,
बातें दो चार करनी है,
खडा रहने दे चौखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।bd।
तर्ज – ना झटको जुल्फ से।
यही है देव कलयुग का,
यही हारे का साथी है,
सुनी चर्चा बहुत इसकी,
ये दुनिया सर झुकाती है,
मुझे दिल में छवि प्रभु की,
तनिक साकार करनी है,
खडा रहने दे चौंखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।bd।
नहीं कुछ मांगना मुझको,
मैं अर्जी ये लगाऊंगा,
प्रभु मर्जी के आगे मैं,
ये अपना सर झुकाऊंगा,
मिलेगी जो कृपा प्रभु की,
मुझे स्वीकार करनी है,
खडा रहने दे चौंखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।bd।
बुलाया श्याम ने मुझको,
तभी तो दर पे आया हूँ,
भरा अभिमान से अपना,
झुकाने सर में लाया हूँ,
प्रार्थना श्याम से मुझको,
यही एक बार करनी है,
खडा रहने दे चौंखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।bd।
रहे इनकी कृपा मुझ पे,
सदा गुणगान मैं गाऊं,
मैं महिमा श्याम की हर पल,
जमाने को है बतलाऊं,
मिले सेवा जो ‘रोमी’ को,
उसे हर बार करनी है,
Bhajan Diary Lyrics,
खडा रहने दे चौंखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।bd।
खड़ा रहने दे चौखट पे,
तनिक मनुहार करनी है,
मैं लेके आस आया हूँ,
बातें दो चार करनी है,
खडा रहने दे चौखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।bd।
Singer – Sardar Romi Ji