आरती संग्रह

जय बजरंगबली स्वामी जय बजरंगबली आरती लिरिक्स

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जय बजरंगबली,
स्वामी जय बजरंगबली,
जब ली शरण तुम्हारी,
जब ली शरण तुम्हारी,
तब सब विपत हरे,
ॐ जय बजरंगबली।।



राम काज के कारण,

पार कियो सिंधु,
अपने भक्त जनों के,
तुम ही हो बंधू,
ॐ जय बजरंगबली।।



भूत प्रेत के भय को,

क्षण भर में हरते,
विद्या बुध्दि बढ़ाकर,
सुख सम्पति करते,
ॐ जय बजरंगबली।।



सीता पता लगाया,

अक्षय को मारा,
राक्षस पुंज पछाड़ा,
फिर लंका जारी,
ॐ जय बजरंगबली।।



लक्ष्मण प्राण बचाए,

लाए अमृत बूटी,
बस एक आप ही लाते,
जीवन की बुटी,
ॐ जय बजरंगबली।।



वायु पुत्र गुण सागर,

आप ही कहलाये,
जय हनुमान महा प्रभु,
अंजनी के जाये,
ॐ जय बजरंगबली।।



रामभक्त की आरती,

जो कोई नर गावे,
कहत शिवानन्द स्वामी,
सुख सम्पति पावे,
ॐ जय बजरंगबली।।



जय बजरँगबली,

स्वामी जय बजरंगबली,
जब ली शरण तुम्हारी,
जब ली शरण तुम्हारी,

तब सब विपत हरे,
ॐ जय बजरंगबली।।

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Shekhar Mourya

Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

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