जबसे ये मुरली वाला मेरा फ्रेंड हो गया,
जीवन में मेरे दुखों का दी एंड हो गया।।
चलता है संग संग मेरे साथ रहता है,
सुनता है मेरे दिल की,
अपने दिल की कहता है,
जबसे ये दिल कन्हैया पे डिपेंड हो गया,
जीवन में मेरे दुखों का दी एंड हो गया,
जबसें ये मुरली वाला मेरा फ्रेंड हो गया,
जीवन में मेरे दुखों का दी एंड हो गया।।
ऐसा था वक़्त अपने आँखें फेर लेते थे,
मुझको अकेला देख के वो घेर लेते थे,
हाथों में जबसे इनके मेरा हेंड हो गया,
जीवन में मेरे दुखों का दी एंड हो गया,
जबसें ये मुरली वाला मेरा फ्रेंड हो गया,
जीवन में मेरे दुखों का दी एंड हो गया।।
मैं तो हूँ खुशनसीब ऐसा यार मिला है,
दुनिया जिसे तरसती है वो प्यार मिला है,
‘मोहित’ जनम जनम का अग्रीमेंट हो गया,
जीवन में मेरे दुखों का दी एंड हो गया,
जबसें ये मुरली वाला मेरा फ्रेंड हो गया,
जीवन में मेरे दुखों का दी एंड हो गया।।
जबसे ये मुरली वाला मेरा फ्रेंड हो गया,
जीवन में मेरे दुखों का दी एंड हो गया।।
Singer – Govind Sharma
आपको ये भजन कैसा लगा?