महाराजों के महाराज,
हमारे गोवर्धन महाराज,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की।bd।
तर्ज – चलो रे मन श्री वृन्दावन धाम।
ऐसा देव ना जग में,
कोई दूजा है,
श्रद्धा भाव से कर ले,
इनकी पूजा है,
स्वयं पूजे इन्हें ब्रजराज,
हमारें गोवर्धन महाराज,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की।bd।
एक बार जो इनकी,
शरण आ जाते है,
चौरासी के फंद से,
वो बच जाते है,
ये बनाते बिगड़े काज,
हमारें गोवर्धन महाराज,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की।bd।
सच्चे मन से जिसने,
लगाया जयकारा है,
पल में उसको भव से,
पार उतारा है,
सारे जग को इन पे नाज,
हमारें गोवर्धन महाराज,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की।bd।
‘चित्र विचित्र’ पे इनकी,
किरपा भारी है,
सबके रक्षक,
गोवर्धन गिरधारी है,
यही भक्तों के सिरताज,
हमारें गोवर्धन महाराज,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की।bd।
महाराजों के महाराज,
हमारे गोवर्धन महाराज,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की,
शरण तू आजा इनकी,
मिटे बाधा जीवन की।bd।
Singer – Shri Chitra Vichitra Ji Maharaj