गुरासा बिना होवे ना मुक्ति भजन लिरिक्स

गुरासा बिना होवे ना मुक्ति भजन लिरिक्स
राजस्थानी भजन

गुरासा बिना होवे ना मुक्ति,

गुरासा बिना विद्या,
कुण रे पढावे जी,
अरे कैसे पढो ला पोती,
कैसे पढोला पोती,
ए गुरासा बिना होवे न मुक्ति,
ए गुरासा बिना होवे न मुक्ति,
अरे कैसे करोला भगती भई रे,
कैसे करोला भगती,
ए गुरासा बिना होवे न मुक्ति।।



अरे ग्यान ध्यान तो,

कुण बतावे जी,
अरे ग्यान ध्यान तो,
कुण बतावे जी,
अरे कैसे आवे जुगती,
ए गुरासा बिना होवे न मुक्ति,
अरे कैसे करोला भगती भई रे,
कैसे करोला भगती,
ए गुरासा बिना होवे न मुक्ति।।



अरे गम बिना गेली,

तू भई अलबेली जी,
अरे गम बिना,
तू भई अलबेली जी,
अरे विरता फिरे भगती,
विरता फिरे भगती,
ए गुरासा बिना होवे न मुक्ति,
अरे कैसे करोला भगती भई रे,
कैसे करोला भगती,
ए गुरासा बिना होवे न मुक्ति।।



अरे हेमनाथ कहे सुनो मन मेरा,

अरे हेमनाथ कहे सुनो मन मेरा,
अरे सबल धणी री शक्ति,
सबल धणी री शक्ति रे,
ए गुरासा बिना होवे ना मुक्ति,
अरे कैसे करोला भगती भई रे,
कैसे करोला भगती,
ए गुरासा बिना होवे ना मुक्ति।।

गायक – संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818


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