गोप अष्टमी आज निराली मैया का श्रृंगार करो गौमाता भजन
गोप अष्टमी आज निराली, मैया का श्रृंगार करो, कभी कटे ना कोई गैया, ऐसा तुम उपचार करो।। तर्ज - थाली...
Read moreDetailsगोप अष्टमी आज निराली, मैया का श्रृंगार करो, कभी कटे ना कोई गैया, ऐसा तुम उपचार करो।। तर्ज - थाली...
Read moreDetailsसुनता रहिजो जी हेलो सुनता रहिजो जी रामदेवजी भजन, श्लोक-जब जब भार, बढ्यो धरती पर, हरि लियो अवतार। पापी दुष्टा...
Read moreDetailsमेलो आयो भादवा रो, कोई झाला दे रे बुलाय रुणिजे वाला, पीर जी मेलो जोर भरायो जी। मेलो जोर भरायो...
Read moreDetailsबेटे का सम्मान है जग में, बेटी का कोई मान नहीं, दुनिया वालो मुझे बता दो, बेटी क्या संतान नहीं।।...
Read moreDetailsजगत में होनहार बलवान, इसे कोई ना समझो झूठी, इसे कोई ना समझो झूठी।। होनी को परताप कैकई, मेहलन में...
Read moreDetailsभजले नाम प्रभु का भजले, धरले प्रभु मूरत मन धरले।। यह संसार रैन का सपना, यह संसार रैन का सपना,...
Read moreDetailsपिता ब्रम्हा पिता विष्णु, पिता भगवान दुनिया में, पिता जैसा नहीं कोई, है मेहरबान दुनिया में, पिता ब्रम्हा पिता विष्णु,...
Read moreDetailsअथ श्री महाभारत कथा, महाभारत कथा। श्लोक - कर्मण्येवाधिकारस्ते, मा फलेषु कदाचन, मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा, ते संगोऽस्त्वकर्मणि। महाभारत महाभारत महाभारत, अथ श्री...
Read moreDetailsदासी मुझे बना दिया, किसका कसूर था, दासी मुझें बना दिया, किसका कसूर था, अंधे को अँधा कह दिया, तो...
Read moreDetailsतीन बार भोजन, भजन इक बार, उसमे भी आते है, विघन हजार।। तर्ज - सावन का महीना। मन करता है...
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