प्रभू नाम का मैं नशा चाहता हूँ भजन लिरिक्स
प्रभू नाम का मैं नशा चाहता हूँ, विनय कर रहा हूँ दया चाहता हूँ।। तर्ज - तेरे प्यार का आसरा...
Read moreDetailsप्रभू नाम का मैं नशा चाहता हूँ, विनय कर रहा हूँ दया चाहता हूँ।। तर्ज - तेरे प्यार का आसरा...
Read moreDetailsजीवन का क्या ठिकाना, करले जतन मेरे मनवा, एक रोज हमको जाना, जीवन का क्या ठिकाना।। तर्ज - मौसम है...
Read moreDetailsएक दिन सबको जाना होगा, लौट कभी ना आना होगा, जिसे समझता है अपना, बैगाना होगा, लौट कभी ना आना...
Read moreDetailsआज तेरी काया दुर्बल हो गई, जिंदगी का बोझ ढोते ढोते।। तर्ज - राम तेरी गंगा मैली। श्लोक - सुनो...
Read moreDetailsबेटीयां बोझ होती नहीं, याद आती हैं ये विदा होने के बाद, बेटे के मोह में ना भुलाना इन्हें, याद...
Read moreDetailsहे सूर्य पुत्र शनिदेव हमें, रखना करूणा की छाँव में, काँटा भी ना चूभने देना कभी, कष्टों का हमारे पाँवो...
Read moreDetailsकसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बाते हैं बातों का क्या? कोई किसी का नहीं ये झूठे, नाते हैं नातों का...
Read moreDetailsजप ले हरी का नाम, मेरे मन जप ले हरी का नाम, काहे भुलियो गोविन्द धाम, काहे भुलियो गोविन्द धाम,...
Read moreDetailsअति कभी ना करना प्यारे, इति तेरी हो जायेगी, बिन पंखो के पंछी जैसी, गति तेरी हो जायेगी, अति कभी...
Read moreDetailsजीवन है चार दिन का, एक रोज सब को जाना, सामान सौ बरस का, पल का नहीं ठिकाना, जीवन है...
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