वक्त की बलिहारी पांच पति बलधारी भजन लिरिक्स
वक्त की बलिहारी, पांच पति बलधारी। तर्ज - तू कितनी अच्छी है ओ माँ। दोहा - बहना नग्न तेरी हो...
Read moreDetailsवक्त की बलिहारी, पांच पति बलधारी। तर्ज - तू कितनी अच्छी है ओ माँ। दोहा - बहना नग्न तेरी हो...
Read moreDetailsनए साल में कुछ तो नया कीजियेगा, गया जो गया उसको, गया जो गया उसको जाने दीजियेगा, नए साल में...
Read moreDetailsबेटी तो बेटी है इसका, ना है कोई जोड़, दो दो कुल की लाज रखती, है बड़ी अनमोल, बेटी को...
Read moreDetailsकुछ लेना ना देना मगन रहना, दोहा - राम नाम की झोपड़ी, और पापी के दस गाँव, आग लगे उस...
Read moreDetailsजरा सामने तो आओ छलिये, छुप छुप छलने में क्या राज़ है, यूँ छुप ना सकेगा परमात्मा, मेरी आत्मा की...
Read moreDetailsमिलता है सच्चा सुख केवल, श्री मात पिता के चरणों में, यही विनती है रहूं जनम जनम, मैं मात पिता...
Read moreDetailsजाने क्या जादू भरा हुआ, भगवान तुम्हारी गीता में, मन चमन हमारा हरा हुआ, घनश्याम तुम्हारी गीता में, जाने क्या...
Read moreDetailsमैं खुश किस्मत हूँ कितना, माँ बाप है मेरे साथ, सिर पर मेरे है सदा, मात पिता का हाथ, सिर...
Read moreDetailsबहे सत्संग का दरिया, नहा लो जिसका जी चाहे, करो हिम्मत लगा डुबकी, नहा लो जिसका जी चाहे, बहे सत्संग...
Read moreDetailsआएगा जब रे बुलावा हरी का, छोड़ के सब कुछ जाना पड़ेगा, नाम हरी का साथ जाएगा, और तू कुछ...
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