बड़ी दीन दुखी हूँ अनाथ महा यह दासी पड़ी शरणे तेरे
बड़ी दीन दुखी हूँ अनाथ महा, यह दासी पड़ी शरणे तेरे।। तर्ज - श्यामा आन बसो वृन्दावन में। सब स्वारथ...
Read moreDetailsबड़ी दीन दुखी हूँ अनाथ महा, यह दासी पड़ी शरणे तेरे।। तर्ज - श्यामा आन बसो वृन्दावन में। सब स्वारथ...
Read moreDetailsहरी का भजन कर प्राणी, काया तो तेरी हो गयी पुरानी, हो गयी पुरानी काया हो गयी पुरानी, हरि का...
Read moreDetailsसात सुरो का, बहता दरिया तेरे नाम, हर सुर में है, रंग झनकता तेरे नाम।। जितने ख़्वाब, ख़ुदा ने मेरे...
Read moreDetailsजितना जरुरी माँ का आँचल, बच्चो के मन भाया है, उतना जरुरी हम बच्चो के, सर पे पिता का साया...
Read moreDetailsये तन क्या है एक पिंजरा है, इस पिंजरे में एक तोता है, ये तोता जब उड़ जाएगा, तो खाली...
Read moreDetailsकिस मोड़ पे आके प्रभु, देखो हम आज खड़े, जहाँ देखो वही सुना, बंद कमरों में लोग पड़े।। तर्ज -...
Read moreDetailsनंदलाल, नंदलाल, नंदलाल, ओ गौ माँ के रखवाले, सुन जग के पालनहारे, सुन जग के पालनहारे।। तर्ज - ओ दुनिया...
Read moreDetailsझूठी काया में डोले, झूठी माया में डोले, काहे माने ना जिया, काहे माने ना जिया।। ये तो पांच तत्व...
Read moreDetailsडगमग नैया डोलती, वाल्मीकि करतार, तोरे बिना मझधार में, कौन लगाए पार, कौन लगाए पार।। किसे पुकारे गोमती, कहाँ करें...
Read moreDetailsतेरी ऊँगली पकड़ के चला, ममता के आंचल में पला, माँ,, ओ मेरी माँ,, मैं तेरा लाडला, माँ,, ओ मेरी...
Read moreDetails© 2024 Bhajan Diary