हे रोम रोम में बसने वाले राम भजन लिरिक्स
हे रोम रोम में बसने वाले राम, जगत के स्वामी, हे अन्तर्यामी, मैं तुझ से क्या मांगू, हे रोम रोम...
Read moreDetailsहे रोम रोम में बसने वाले राम, जगत के स्वामी, हे अन्तर्यामी, मैं तुझ से क्या मांगू, हे रोम रोम...
Read moreDetailsमेरे राम मेरे घर आएंगे, आएंगे प्रभु आएंगे, प्रभु के दर्शन की आस है, और भीलनी को विश्वास है, मेरे...
Read moreDetailsमेरे मालिक की दुकान में, सब लोगो का खाता, जो नर जैसा करम करेगा, वैसा ही फल पाता, मेरे मालिक...
Read moreDetailsअवध नगरीया में राम राज कब लाओगे, सूना है तेरा धाम राम कब आओगे, सूना है तेरा धाम राम कब...
Read moreDetailsसुख के सब साथी दुख में न कोई, मेरे राम मेरे राम, तेरा नाम है साचा दूजा न कोई, सुख...
Read moreDetailsरामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया, रघुकुल नंदन कब आओगे, भिलनी की डगरिया, रामा रामा रटतें रटतें, बीती रे...
Read moreDetailsश्री राम धुन में मन तू, जब तक मगन ना होगा, भव जाल छूटने का, तब तक जतन ना होगा।।...
Read moreDetailsरे मन ये दो दिन का मेला रहेगा, कायम ना जग का झमेला रहेगा।। श्लोक - प्रबल प्रेम के पाले...
Read moreDetailsभगवान तुम्हारे चरणों में, मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ, वाणी मैं तनिक मिठास नही, पर विनय सुनाने आया हूँ।। तर्ज...
Read moreDetailsदशा मुझ दीन की भगवन, संभालोगे तो क्या होगा। दोहा - कन्हैया को एक रोज रोकर पुकारा, कहा उनसे जैसा...
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