हंस चल्यो घर आपणे रोवो मती भाई भजन लिरिक्स
हंस चल्यो घर आपणे, रोवो मती भाई। दोहा - आया है जो जायेगें, राजा रंक फकीर, एक सिंघासन चढ़ चले,...
Read moreDetailsहंस चल्यो घर आपणे, रोवो मती भाई। दोहा - आया है जो जायेगें, राजा रंक फकीर, एक सिंघासन चढ़ चले,...
Read moreDetailsहाँ रे आखिर मरनो रे, साँवरिया वालो सुमिरन करनो रे, आखिर मरनो रे।। माता पिता सुत बंधु पोती, सब यही...
Read moreDetailsजद नाचूं म्हारा कानुड़ा, दोहा - आँखडल्या झाई पडी, पंथ निहार निहार, जीभडल्या छाला पड्या, कृष्ण पुकार पुकार। कन्दोरो घड़ा...
Read moreDetailsबिलाड़ा में ढोल बाजे, अम्बापुर अवतारी थे तो, बिलाड़ा मे आयी माँ, अरे सिरवीयो री कुलदेवी, केसर री ज्योत जलाई...
Read moreDetailsबैल री पुकार, दोहा - कथा सुनावु आपने, सुनजो ध्यान लगाय, बैल री पुकार आ है, करजो इन पर विचार।...
Read moreDetailsसाधो भाई या मन कि बदमाशी, अपनी इज्जत ने धूल में मिलावे, गणी करावे हांसी।। यो मन तो भाई तीर्थ...
Read moreDetailsसमझ मन मायला रे बीरा, हरी विसरिया दुख पाए, हरी विसरिया दुख पाए वीरा, राम विसर दुख पाय, समझ मन...
Read moreDetailsसैया मैं तो माणक मोल लियो, सैया मेतो माणक मोल लियो रे, इन माणक रा मोल अजब है, जामे तीन...
Read moreDetailsगुरु दाता माने अवगुण बहुत किया, सतगुरु सा माने अवगुण बहुत किया, अवगुण बहुत किया सतगुरु सा माने, अवगुण बहुत...
Read moreDetailsझीनरो परमार्थ मारे, जूनो जोशी जाने। नेनकीयो बालकीयो गुरू थारो, मिन्दरियो चुनायो, देवलियो चुनायो, किडी बनने पर्वत माय, चाले गुरूजी...
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