सदा सुख चावे तो नर काम छोड़ दें चार लिरिक्स
सदा सुख चावे तो, नर काम छोड़ दें चार, चोरी चुगली जामिनी, और पराई नार।। चोरी करी रावण अभिमानी, सियाराम...
Read moreDetailsसदा सुख चावे तो, नर काम छोड़ दें चार, चोरी चुगली जामिनी, और पराई नार।। चोरी करी रावण अभिमानी, सियाराम...
Read moreDetailsमैं तो भूली रे सरवरीया वाली पाल, गजरों लुम्बा रो, इनमें मोती जडीया दोई दोई चार, गजरों लुम्बा रो, इनमें...
Read moreDetailsजल केडी तम्बुडी, पवन केडी झारी रे, माता तो कवारी ज्योरा, पिता ब्रम्हचारी रे, माता तो कवारी ज्योरा, पिता ब्रम्हचारी...
Read moreDetailsगोविंद रा गुण गाय बंदा रे, दोहा - लागी लागी सब कहे, लागि नही लिगार, लागी हरि रे नाम री,...
Read moreDetailsसेवा मारी मानो गणपति देवा, पूजा मारी मानो गणपति देवा, खोलो मारा हिरदा का ताला वो।। दुध चड़ाओं देवा नही...
Read moreDetailsनिर्बल पे दया विचारो जी, मारा सतगुरु सुनो पुकार, सतगुरु सुनो पुकार, म्हारी दाता सुनो पुकार।। गुरु कुटूम कबीलों पुरो,...
Read moreDetailsगुरू वासुदेव जी को, बार बार वन्दना, बार बार वन्दना, हजार बार वन्दना, बार बार वन्दना, हजार बार वन्दना, गुरू...
Read moreDetailsज्यारा परचा है भरपूर, गुरूजी रा नाम बडा, ओ ज्यारी महिमा अपरंपार, भगत आवे खडा खडा, ज्यारा परचा है भरपुर,...
Read moreDetailsमैं तो गुरूवर रा गुण गाऊँ म्हारी माँ, दोहा - गौ गंगा और गायत्री से, ऊपर गुरू रो नाम, गुरू...
Read moreDetailsगुरू शब्द पहचान जगत में, राख सके तो राख नके, जिन-जिन शब्द हिवड़ा में, धारिया वो कांकरा ही रामै बिके।।...
Read moreDetails© 2016-2025 Bhajan Diary