छोड़ चल्यो बिणजारो म्हारी भोली काया लिरिक्स
छोड़ चल्यो बिणजारो, म्हारी भोली काया। दोहा - मन कहे मैं धन करूं, धन कर करूं जी गुमान, राम कतरणी...
Read moreDetailsछोड़ चल्यो बिणजारो, म्हारी भोली काया। दोहा - मन कहे मैं धन करूं, धन कर करूं जी गुमान, राम कतरणी...
Read moreDetailsअरे हाँ रे सुणजो बेनडिया, अरे हाँ रे सुणजो बेनडीया, सतगुरु जी थाने ज्ञान बतावे रे, सुणजो बेनडीया, राजाराम जी...
Read moreDetailsमत बांधो गठरिया अपयश की, अपयश रे पराये जस की, मत बांधो गठरिया अपयश की।। बालपणो हस खेल गवायो, बीती...
Read moreDetailsपूरण काज भगत का सार, जय हो जगदम्बे माई, जगदम्बे माई तेरी जय हो, जगदम्बे माई, जगदम्बे माई तेरी जय...
Read moreDetailsरोम रोम में रम रया, हाँ रे प्रेम गुरू, ज्यु मकड़ी मे जाल रे ए जी, रोम रोम में रम...
Read moreDetailsकाम अर्थ और मोक्ष धर्म है, काम अरत ओर मोक्ष धर्म है, पावे पदार्थ चारि ओ साधु भई, भाग बडा...
Read moreDetailsबाबा अमरनाथ महादेव, थाने खम्मा घणी, थे हो ऊंचा पर्वत वासी, थाने खम्मा घणी, पर्वत चढता चढता बोलो, हर हर...
Read moreDetailsमनडो नहीं लागे माला में, नही है जीव थारो भजनो में, नहीं है जीव थारो भजनो में, मनडो नी अब...
Read moreDetailsईन्द्रराजा कद बरसेलो रे, मनडा रो मोरयो, पिऊ पीऊं बोले दिन रात, ईन्द्रराजा कद बरसलो रे।। जेठ असाढा में पड्यो...
Read moreDetailsबन में डोले राम लखन दोनों भाई रे, जाने सीता नजर नही आई रे, सीता नजर नहीं आई रे, वाने...
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