तेरे दर को मै छोड़ कहाँ जाऊँ माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे लिरिक्स
तेरे दर को मै छोड़ कहाँ जाऊँ, माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे।। दोहा - चाहे छुट जाये ज़माना, या...
Read moreDetailsतेरे दर को मै छोड़ कहाँ जाऊँ, माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे।। दोहा - चाहे छुट जाये ज़माना, या...
Read moreDetailsतेरा दर तो हकीकत में, दुखियों का सहारा है, सच कहता हूँ माँ मेरी, तेरे दर से गुजारा है।। बिगड़ी...
Read moreDetailsमाँ तेरे दरश का प्यासा हूँ, तु दर्शन दे इक पल के लिये॥ तर्ज़-आवारा हवा का झोंका हूँ माँ तेरे...
Read moreDetailsबिगड़ी मेरी बनादे, ए शेरों वाली मैया। दोहा - सदा पापी से पापी को भी तुम, माँ भव सिंधु तारी...
Read moreDetailsकरले तु दीदार शेरा वाली का, सेवक है संसार पहाडो वाली का।। डगर डगर माँ के जयकारे, पग पग मे...
Read moreDetailsआ माँ आ तुझे, दिल ने पुकारा, दिल ने पुकारा, तू है मेरा सहारा माँ, ओ शेरावाली जोतावाली, मेहरावाली माँ,...
Read moreDetailsमैं बालक तू माता शेरावालिए, है अटूट ये नाता शेरावालिए, शेरावालिए माँ, पहाड़ावालिए माँ, मेहरावालिए माँ, ज्योतांवालिए माँ, मैं बालक...
Read moreDetailsपँखिडा ओ पँखिडा पँखिडा ओ पँखिडा, पँखिडा तु उड़ ने जाना पावागढ़ रे, महाकाली से मिलके कहना गरबा खेलेंगे, म्हारी महाकाली...
Read moreDetailsभोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे, हो रही जय जय कार मंदिर विच, आरती जय माँ, हे दरबारा वाली...
Read moreDetailsप्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी, दोहा - दरबार तेरा दरबारों में, एक ख़ास अहमियत रखता है, उसको वैसा मिल...
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