बीच भँवर में नाव है अटकी कर दे पार कन्हैया लिरिक्स

बीच भँवर में नाव है अटकी कर दे पार कन्हैया लिरिक्स
कृष्ण भजन

बीच भँवर में नाव है अटकी,
कर दे पार कन्हैया,
बन जा श्याम खिवैया,
बन जा श्याम खिवैया,
अब तो हाथ बढ़ा मेरे बाबा,
तुम ही चीर बढ़ैया,
बन जा श्याम खिवैया,
बन जा श्याम खिवैया।।

तर्ज – ऐसी मस्ती कहाँ मिलेगी।



टूटी हुई है नाव हमारी,

और पतवार नहीं है,
हारे के हो साथी बाबा,
बात ये बिलकुल सही है,
फिर क्यों मेरी डगमग डगमग,
डोल रही है नैया,
बन जा श्याम खिवैया,
बन जा श्याम खिवैया।।



आना है तो आजा साँवरा,

मत ना करियो देरी,
डूबेगी गर नाव हमारी,
होगी बदनामी तेरी,
टूटे ना विश्वास हमारा,
सुनले मुरली बजैया,
बन जा श्याम खिवैया,
बन जा श्याम खिवैया।।



कर दोगे गर मुझपे नजरें,

काम हमारा होगा,
दे दोगे गर मुझको सहारा,
नाम तुम्हारा होगा,
‘ओम’ कभी भूले ना तुमको,
सुनले मेरे कन्हैया,
बन जा श्याम खिवैया,
बन जा श्याम खिवैया।।



बीच भँवर में नाव है अटकी,

कर दे पार कन्हैया,
बन जा श्याम खिवैया,
बन जा श्याम खिवैया,
अब तो हाथ बढ़ा मेरे बाबा,
तुम ही चीर बढ़ैया,
बन जा श्याम खिवैया,
बन जा श्याम खिवैया।।

Singer – Anant Goenka


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