इक काँधे पे लखन विराजे दूजे पर रघुवीर भजन लिरिक्स
इक काँधे पे लखन विराजे दूजे पर रघुवीर, वीर बलि महावीर हरी तुमने भक्तों की पीर, सिया राम के भजन...
इक काँधे पे लखन विराजे दूजे पर रघुवीर, वीर बलि महावीर हरी तुमने भक्तों की पीर, सिया राम के भजन...
ओ लाल लंगोटे वाले, प्रभु तेरे रूप निराले, तेरी मूरत मन को भाये, सिंदूरी श्रंगार पे बाबा, हम सब बलि...
जय हो पवनकुमार तोरी शक्ति है अपार, हे बजरंगबली विनती सुनले ले हमार, सुनले ले हमार, विनती सुनले ले हमार,...
आज मंगलवार है, महावीर का वार है, ये सच्चा दरबार है, सच्चे मन से जो कोई ध्यावे, उसका बेड़ा पार...
बजरंगबली किरपा करके, तुम मुझे बसा लो चरणन में।। तर्ज - कान्हा आन बसों। तेरे दर्शन की अभिलाषा है, ये...
माँ वीणा पाणी हो, विद्या वरदानी हो, मेहरो वाली हो, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, अपने भक्तो...
मोरी मैया की चुनर उड़ी जाये, पवन धीरे धीरे चलो री, मैया की चुनर उड़ी जाये, पवन धीरे धीरे चलो...
पंडा कराये रहो पूजा, मैया जी की झूम झूम के।। नवराते की शुभ घडी आई, भक्तो ने माता की मूरत...
छुम छुम छनानन बाजे, मैया पाँव पैंजनिया, पाँव पैंजनिया, पाँव पैंजनिया, छुम छुम छनानन बाजे, मैया पाँव पैंजनिया।। कौन घड़ावे...
बस यही लिख दे माँ लिख दे, तक़दीर में मेरी, ऐ माँ मैं रहूँ सदा सेवा में तेरी।। शाम सवेरे...
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