नव सौ नव सौ बैल घर में संत रविदास राजस्थानी भजन
नव सौ नव सौ बैल घर घर में, ए घोडा किन रा बांधिया हो।। श्लोक - भक्त बिज पलटे नही,...
नव सौ नव सौ बैल घर घर में, ए घोडा किन रा बांधिया हो।। श्लोक - भक्त बिज पलटे नही,...
नदिया रा नीर सांवरा रोक ने बतावा, म्हारे नैना मायलो नीर रुकेला नही रे, म्हारा बिछडियोला रामजी मिलेला कही रे,...
खुशबु के बिना चन्दन सूना, उपवन सूना ये बहार बिना, मैं सूनी साँवरिया तेरे प्यार बिना, मैं सूनी साँवरिया तेरे...
अगर तू जो माँ ना होती, तो मुझमे ये जान ना होती, ना होता संसार मेरा, ना होता परिवार मेरा,...
शिरडी के स्वामी देखो आए है पुजारी, भर दो मुरादों से ये झोलियाँ हमारी, शिरडी के स्वामी देखो आए है...
शिर्डी वाले साईं बाबा, आया है तेरे दर पे सवाली।। श्लोक - जमाने में कहाँ, टूटी हुई तस्वीर बनती है,...
बाबा श्याम के दरबार मची रे होली, बाबा श्याम के, मची रे होली रे खेलांगा होली, बाबा श्याम के, बाबा...
मेरी कोरी चुनरिया आज, श्याम क्यूँ रंग डाला, रंग डाला रे रंग डाला, रंग डाला रे रंग डाला, आई मुझको...
छोड़ो कान्हा मैं तुझसे हारी, तुझसे हारी मैं, भीगी साड़ी, ना मारो मोहे भर पिचकारी, छोड़ो कान्हा मै तुझसे हारी,...
श्याम से ऐसी होली हुई, शरम से मैं मर गई।। तर्ज - मुरली वाले ने घेर लई। मोहे अकेले श्याम...
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