आस राखो सतगुरु की भजन लिरिक्स

आस राखो सतगुरु की,
जग की सब आस तजो,
जग की है आस झूठी,
आस राखों सतगुरु की।।

तर्ज – ये मेरी अर्जी है।



सतगुरु की प्रीत सच्ची,

सतगुरु की प्रीत सच्ची,
जग सारा स्वारथ का,
जग की है प्रीत कच्ची,
आस राखों सतगुरु की।।



सतगुरु उपकारी है,

सतगुरु उपकारी है,
है निरत सदा हित में,
सबके हितकारी हैं,
आस राखों सतगुरु की।।



जो भी चरण शरण आये,

जो भी चरण शरण आये,
भक्ति का धन पाकर,
वो मालामाल जाएँ,
आस राखों सतगुरु की।।



प्यारे ले ले गुरु की शरण,

प्यारे ले ले गुरु की शरण,
अरे सेवा के नियम निभा,
करले तू सफल जीवन,
आस राखों सतगुरु की।।



आस राखो सतगुरु की,

जग की सब आस तजो,
जग की है आस झूठी,
आस राखों सतगुरु की।।

स्वर – साध्वी पूर्णिमा दीदी।


इस भजन को शेयर करे:

अन्य भजन भी देखें

बेड़ा बने ला गुरूजी बन्दे पापीदा गुरूजी भजन

बेड़ा बने ला गुरूजी बन्दे पापीदा गुरूजी भजन

मैं दर तेरे आ बेगया हाँ, हर दुख मैं हस के सेहेग्या हाँ, हूण करदो कोई चारा गुरू जी, जिंद कलापी दा, बेड़ा बने ला गुरूजी बन्दे पापीदा, बेडा बने…

बार बार अरदास करूँ मै सतगुरू जी सरकार भजन लिरिक्स

बार बार अरदास करूँ मै सतगुरू जी सरकार भजन लिरिक्स

बार बार अरदास करूँ मै, सतगुरू जी सरकार, नैया को मेरी कर देना उस पार, बार बार हर बार कहूँ ये, सतगुरु जी सरकार, नैया को मेरी कर देना उस…

Bhajan Lover / Singer / Writer / Web Designer & Blogger.

Leave a Comment

error: कृपया प्ले स्टोर से भजन डायरी एप्प इंस्टाल करे