म्हारा जगन्नाथ चल्या रथ पे सवार,
नगरी में जय जयकार हुई,
जय जयकार हुई,
जय जयकार हुई,
मैं तो झुक झुक करा हा जुहार,
नगरी में जय जयकार हुई,
जय जगन्नाथ भगवान मेरे,
जय जगदीश भगवान।।
संग हलधर बलराम विराजे,
बहन सुभद्रा मान बढ़ावे,
मंगल गीता सु होया मंगलाचार,
नगरी में जय जयकार हुई।।
सोना रो रथड़ो प्यारो घणो लागे,
दर्श करे वारा भाग्य है जागे,
नाचे नाचे गावे नर और नार,
नगरी में जय जयकार हुई।।
असुवन जल से चरण पखारु,
खिचड़ी पा खीर मंगाई,
जीमो जीमो म्हारा लखदातार,
नगरी में जय जयकार हुई।।
जगत ईश प्रभु तुम ही कहाओं,
भगता रा दुखड़ा दूर भगाओ,
थारा ‘लखन’ की सुनले पुकार,
नगरी में जय जयकार हुई।।
म्हारा जगन्नाथ चल्या रथ पे सवार,
नगरी में जय जयकार हुई,
जय जयकार हुई,
जय जयकार हुई,
मैं तो झुक झुक करा हा जुहार,
नगरी में जय जयकार हुई,
जय जगन्नाथ भगवान मेरे,
जय जगदीश भगवान।।
Singer – Lakhan Arya
Lyrics – Mahi Jain