दाता कृपा कीजिये,
अपना बना लो,
दर पे बुला लो,
एक आसरा दीजिये हो,
दाता कृपा कीजिए।।
तर्ज – दिल है की मानता नहीं।
दिल तो ये चाहे,
हर पल तेरी बस,
यूँ ही सेवा करें,
सेवा ना जानू,
पूजा ना जानू,
बस तुम्हें चाहा करें,
तुमसे ये विनती,
ये ही तमन्ना,
हाँ बस यही सांवरे,
दाता कृपा कीजिए।।
सुनलो ना दाता,
उंगली पकड़ लो,
खो ना जाऊं संसार में,
और कुछ ना सूझे,
तेरे सिवा मुझे,
बस रहूं तेरे प्यार में,
तू ही सहारा,
तू ही किनारा,
माझी मेरे सांवरे,
दाता कृपा कीजिए।।
साँझ सवेरे,
होठों पे मेरे,
बस तेरा एक नाम हो,
जब तक है साँसे,
तन मन में मेरे,
बाबा तेरा ही साथ हो,
दास रवि की अर्जी है इतनी,
चलता रहे काम रे,
दाता कृपा कीजिए।।
दाता कृपा कीजिये,
अपना बना लो,
दर पे बुला लो,
एक आसरा दीजिये हो,
दाता कृपा कीजिए।।
गायक / प्रेषक – विकास झा।
7980672853 कोलकाता।