यार मेरा है श्याम धणी किसी और की अब दरकार नहीं लिरिक्स

यार मेरा है श्याम धणी किसी और की अब दरकार नहीं लिरिक्स
कृष्ण भजनफिल्मी तर्ज भजन

इस बेदर्द ज़माने का,
अब रहा मुझे ऐतबार नहीं,
यार मेरा है श्याम धणी,
किसी और की अब दरकार नहीं।।

तर्ज – राम नाम के हिरे मोती।



जब से यारी हुई श्याम संग,

हर पल मौज़ उड़ाता हूँ,
अपने सुख दुःख की केवल,
मैं इनको ही बतलाता हूँ,
जितना इसने प्यार दिया,
है दिया किसी ने प्यार नहीं,
यार मेरा है श्याम धनी,
किसी और की अब दरकार नहीं।।



देख लिया हर रिश्ता मैंने,

देख लिया हर नाता है,
जैसा रिश्ता श्याम निभाता,
वैसा कौन निभाता हैं,
झूठे है जग के सब रिश्ते,
श्याम सा रिश्तेदार नहीं,
यार मेरा है श्याम धनी,
किसी और की अब दरकार नहीं।।



राजा हो या रंक सभी को,

एक बराबर माने हैं,
सब के मन की बात ये ‘शर्मा’,
अच्छी तरह से जाने हैं,
न्यायधीश नहीं श्याम के जैसा,
खाटू सी सरकार नहीं,
यार मेरा है श्याम धनी,
किसी और की अब दरकार नहीं।।



इस बेदर्द ज़माने का,

अब रहा मुझे ऐतबार नहीं,
यार मेरा है श्याम धणी,
किसी और की अब दरकार नहीं।।

Singer – Ravi Raj


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