सुनो श्याम प्यारे,
है तेरे सहारे,
भवर में फसे है,
लगा दो किनारे।bd।
तर्ज – ये माना मेरी जा।
मैं क्या क्या छुपाऊं,
तुझे सब पता है,
अगर अब भी सुधरा ना,
तो मेरी खता है,
अगर अब भी सुधरा ना,
तो मेरी खता है,
बेबस निगाहे,
तुम्ही को निहारे,
भवर में फसे है,
लगा दो किनारे।bd।
ना डूबा कोई जो,
तेरे दर पे आया,
किस्मत का लेखा तुमने,
पलट के दिखाया,
जिसे थाम ले तू,
कभी फिर ना हारे,
जिसे थाम ले तू,
कभी फिर ना हारे,
भवर में फसे है,
लगा दो किनारे।bd।
तू वादे का पक्का,
ये जग जानता है,
‘राज’ जान से भी बढ़के,
तुम्हें मानता है,
छोड़ा है सब कुछ,
भरोसे तुम्हारे,
छोड़ा है सब कुछ,
भरोसे तुम्हारे,
भवर में फसे है,
लगा दो किनारे।bd।
सुनो श्याम प्यारे,
है तेरे सहारे,
भवर में फसे है,
लगा दो किनारे।bd।
Singer & Lyrics – Raj Pareek