श्याम सेवा में अर्पण,
कर दूँ जीवन तमाम,
भूलूं तुम्हे ना बाबा,
भूलूं तुम्हे ना बाबा,
जब तलक घट में प्राण,
श्याम सेवा मे अर्पण,
कर दूं जीवन तमाम।।
तर्ज – थोड़ा सा प्यार हुआ।
आ गया शरण में तेरी,
ओ मेरे सांवरे,
लाज राखोगे मेरी,
हमको विश्वाश रे,
आती है जाती सांसे,
आती है जाती सांसे,
ले कर के तेरा नाम,
श्याम सेवा मे अर्पण,
कर दूं जीवन तमाम।।
अपनों को परखा हमने,
परखे रिश्ते तमाम,
जब भी पड़ी कोई विपदा,
आए केवल तुम काम,
सबसे निराला रिश्ता,
सबसे निराला रिश्ता,
बन गया अपना श्याम,
श्याम सेवा मे अर्पण,
कर दूं जीवन तमाम।।
कैसा ये भाग्य निराला,
देव तुमसा जो पाया,
बीता सफर जीवन का,
तब कही समझ में आया,
मेरी ये जीवन संध्या,
मेरी ये जीवन संध्या
गुजरे तुम्हारे धाम,
श्याम सेवा मे अर्पण,
कर दूं जीवन तमाम।।
अर्चना संजू तेरी,
अदालत में है आए,
कटघरे में खड़े है,
हाथ दोनों फैलाए,
फैसला अपना लिख दे,
फैसला अपना लिख दे,
हक में हमारे श्याम,
श्याम सेवा मे अर्पण,
कर दूं जीवन तमाम।।
श्याम सेवा में अर्पण,
कर दूँ जीवन तमाम,
भूलूं तुम्हे ना बाबा,
भूलूं तुम्हे ना बाबा,
जब तलक घट में प्राण,
श्याम सेवा मे अर्पण,
कर दूं जीवन तमाम।।
Singer – Sanjeev Sharma
8929155449