शिव जपो सुंदरम,
दोहा – शिव ही तीनों लोक है,
शिव है चारों धाम,
शिव मुक्ती का द्वार है,
शिव को कोटि प्रणाम,
जपलो शिव का नाम।
शिव जपो सुंदरम,
शिव भजो सुंदरम,
सुंदरम है शिवम,
है शिवम सुंदरम।।
शिव है काशीपुरम,
शिव है रामेश्वरम,
शिव है त्र्यंबकं,
शिव है नागेश्वरम,
शिव सदा वंदनम,
शिव सदा पूजनम,
सुंदरम है शिवम,
है शिवम सुंदरम।।
शिव ही दिगपाल है,
शिव ही बेताल है,
शिव कलिकाल है,
शिव महाकाल है,
शिव है ब्रह्मा कथन,
शिव है नारायणम,
सुंदरम है शिवम,
है शिवम सुंदरम।।
शिव है धरती गगन,
शिव है गीता वचन,
शिव रवि की तपन,
शिव शशि की किरण,
शिव अमावस पूनम,
शिव करे मंगलम,
सुंदरम है शिवम,
है शिवम सुंदरम।।
शिव है जीवन मरण,
शिव है अंतःकरण,
शिव है तारण तरन,
शिव है चिंताहरण,
शिव शरण में “पदम”,
रहूं जन्मोजनम,
सुंदरम है शिवम,
है शिवम सुंदरम।।
शिव जपों सुंदरम,
शिव भजो सुंदरम,
सुंदरम है शिवम,
है शिवम सुंदरम।।
Singer – Suhasinee Joshi
Writer – Dalchand Kushwah “Padam”
Bhopal – 9827624524








