मारो पालनहार,
जीवन रो दातार,
साँवरो दयालु म्हारो रखवालो,
दिलडे में बसवा वालो।।
अटक्योडी गाड़ी मारो,
साँवरो निकाले,
ओळयु सतावे जद,
मन्डफया बुलावे,
माने है विश्वास,
मनडे में आस,
सांवरो दयालु मारो रखवालो,
दिलडे में बसवा वालो।।
टाबरा ने अन धन,
रोजी-रोटी देंवे,
संकट में साँवरो,
भगता रे साथे रेवे,
मोटो है दरबार,
भरीया है भंडार,
सांवरो दयालु मारो रखवालो,
दिलडे में बसवा वालो।।
सुता रे सपने जावे,
भाग जगावे,
झुपडी री ठौड़ पल में,
महल बनावे,
हरदम राखे पास,
माथे राखे हाथ,
सांवरो दयालु मारो रखवालो,
दिलडे में बसवा वालो।।
बिगड्योडा काम ने,
साँवरो बनावे,
आया भगता ने बाबो,
धीर बन्दावे,
भगवत ने विश्वास,
चरणा माही दास,
सांवरो दयालु मारो रखवालो,
दिलडे में बसवा वालो।।
मारो पालनहार,
जीवन रो दातार,
साँवरो दयालु म्हारो रखवालो,
दिलडे में बसवा वालो।।
गायक – भगवत जी सुथार।
प्रेषक – किशन धाकड़।
8118823912