जिस सुख की चाहत में तू दर दर को भटकता है भजन लिरिक्स
जिस सुख की चाहत में तू, दर दर को भटकता है, वो श्याम के मंदिर में, दिन रात बरसता है, ...
Read moreDetailsजिस सुख की चाहत में तू, दर दर को भटकता है, वो श्याम के मंदिर में, दिन रात बरसता है, ...
Read moreDetailsहर किसी के संग रहता, मेरा श्याम खाटू वाला, दुःख हो चाहे सुख दोनों में, बन जाता ये घरवाला, हर ...
Read moreDetailsसांवरे ओ सांवरे, जबसे तेरा दर्शन मिला, तेरा प्यार मिला सांवरे, इतना सुन्दर दरबार मिला, तेरा प्यार मिला सांवरे, सांवरे ...
Read moreDetailsपिंजरा के पंछी बोले, रही रही के कुण्डी खोले, मोला पार लगादे राम, मोला पार लगादे राम, मोला जाना है, ...
Read moreDetailsआएगा जाने कब वो दिन, बैठेंगे तेरे द्वार पर, भजनो को हम सुनाएंगे, बाबा मेरी विनती सुनो, जाना ना हाथ ...
Read moreDetailsक्या वह स्वभाव पहला, सरकार अब नहीं है, दीनों के वास्ते क्या, दरबार अब नहीं है।। या तो दयालु मेरी, ...
Read moreDetailsहो अगर रहमत जो तेरी साँवरे, जख्म दिल का हर कोई भर जाएगा, दूर सब कोई नही है पास में, ...
Read moreDetailsमाँ संतोषी दरबार, मैया आ जाओ एक बार, मैया आ जाओ मैया आ जाओ, तेरी राह निहारु दिन रात, मैया ...
Read moreDetailsमंदिर खोलो बाबा, दोहा - बाटड़ल्या थारी जोवती, म्हारी आंखड़ल्या दिन रात, भक्ता उडिक साँवरा, तो कोई करल्या मनड़ा री ...
Read moreDetailsधर्मी वहाँ मेरा हंस रहवाया, दोहा - कहे सन्त सगराम, राम ने भूलू कीकर, भूलियो भुंडी होय, माजनो जासी भीखर। ...
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