कांवड़ सजा के चालो सावन ऋतू है आई भजन लिरिक्स
कांवड़ सजा के चालो, सावन ऋतू है आई, भक्तो को शिव ने अपने, आवाज है लगाई, कावड़ सजा के चालो, ...
Read moreDetailsकांवड़ सजा के चालो, सावन ऋतू है आई, भक्तो को शिव ने अपने, आवाज है लगाई, कावड़ सजा के चालो, ...
Read moreDetailsशिव ही आधार है सारे संसार के, ज्ञानी लोगो से जाकर पता कीजिए, चक्र आवागमन का ये रुक जाएगा, भोले ...
Read moreDetailsमहाकाल नजर आए, दोहा - कृपा की ना होती, जो आदत तुम्हारी, तो सुनी ही रहती, अदालत तुम्हारी, गरीबों के ...
Read moreDetailsजिसने भी है सच्चे मन से, शिव भोले का ध्यान किया, खुश होकर के शिव भोले ने, मनचाहा वरदान दिया, ...
Read moreDetailsआई जबसे मैं खाटू धाम, दीवानी मैं तो तेरी हो गयी, मुझे दुनिया से अब क्या काम, दीवानी मैं तो ...
Read moreDetailsतेरी एक निगाह पर, मैं वारि वारि जाऊं। दोहा - हीरे मोती मैं ना चाहुँ, मैं तो चाहूँ संगम तेरा, ...
Read moreDetailsऐसी जगह छुपा लो, कोई ढूंढने ना पाए, इस बार तुमको पाऊं, कुछ ऐसा करो उपाय।। भावों का उमड़ा तूफां, ...
Read moreDetailsना कोठी ना बंगला, ना मुझे कार चाहिए, मुझे तो उज्जैन के महाकाल, का दीदार चाहिए।। दुनिया के सब झूठे ...
Read moreDetailsगुरुवर तुमसे इतना कहना, चरणों में, चरणों में, चरणों में तुम्हरे रहना।। तर्ज - और नहीं कुछ तुमसे। है ये ...
Read moreDetailsसतगुरु तुम सागर मैं मीना, तुम बिन रह ना पाउंगी, तुमसे दो पल की दुरी, गुरूजी सह ना पाउंगी।। तर्ज ...
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