प्रभु जी के द्वारे मन ये पुकारे जैन भजन लिरिक्स
प्रभु जी के द्वारे, मन ये पुकारे, जिनवर के दर सा कोई, धाम नहीं है, प्रभु जी के द्वारें।। तर्ज ...
Read moreDetailsप्रभु जी के द्वारे, मन ये पुकारे, जिनवर के दर सा कोई, धाम नहीं है, प्रभु जी के द्वारें।। तर्ज ...
Read moreDetailsपनघट से दौड़ी चली आउंगी, कान्हा मुरली बजा दो, मधुबन में रास रचाऊंगी, कान्हा मुरली बजा दो।। श्याम सुंदर से ...
Read moreDetailsमुझे दुनिया की दरकार नहीं, हे नाथ सहारो थारो है, हे नाथ सहारो थारो है, मुझे एक भरोसो थारो है, ...
Read moreDetailsमीठी लागे मीठी लागे, मीठी म्हारा सांवरा, भजना से लागे मीरा मीठी, उदयपुर राणा, भजनाँ सँ लागैे मीरा मीठी रे।। ...
Read moreDetailsविधाता तोड़ बता दे संकट मेट दे, थारा सरणागत भगतां री, राखी लाज विधाता, तोड़ बता दे संकट कियाँ मिटे।। ...
Read moreDetailsभगत रे धरती पर संकट मिनखां कारणे, म्हे तो भेज्या सब ने देकर सुख संसार, भगत रे कर्मा रा फल ...
Read moreDetailsबुला लो मुझको खाटू में, मुझे तेरी याद आती है, ये अखियां दर्शन की प्यासी, तेरा दीदार चाहती है, बुला ...
Read moreDetailsखाटू से चलकर आज मेरे घर, आये लखदातार, कृपा बरसाए रहे, कृपा बरसाए रहे।। तर्ज - खाटू वाले हमें बुलाले। ...
Read moreDetailsरूणिचा खुडियावास माई, बाबो रामदेव जी विराजे रै। दोहा - गांव रूणिचाँ रै माईने, बाबा रो मंन्दिर जोर, मनोहर आयो ...
Read moreDetailsकिने सुनाऊं मन की बाता, कोई ना श्याम हमारो है, तू भी रुस्यो बैठो है बाबा, आखड़ली भर आवे है, ...
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