माया का मारीच चला मायापति को भटकाने
कंचन मृग बनकर आया, सिय का अपहरण कराने, माया का मारीच चला, मायापति को भटकाने।। सीता बोली वो देखो, स्वामी ...
Read moreDetailsकंचन मृग बनकर आया, सिय का अपहरण कराने, माया का मारीच चला, मायापति को भटकाने।। सीता बोली वो देखो, स्वामी ...
Read moreDetailsकलयुग का है अवतारी, बाबा मेरा श्याम बिहारी, हाथों में मोरछड़ी है, करता लीले की सवारी, जो भी है शरण ...
Read moreDetailsमेरे श्याम का उत्सव है, भक्तो तुम्हें आना है, बड़े प्रेम से मिलकर के, बाबा को रिझाना है, मेरे श्याम ...
Read moreDetailsतू लगावा हा भभूति, अंग अंग भोला जी, हमरो दर्शन दे दा, गौरा जी के संग भोला जी।। दुनिया है ...
Read moreDetailsये देख तमाशा जग का, भीतर से दुख पाऊं, मेरा दिल करता है श्याम को, मैं घर पे ले आऊं, ...
Read moreDetailsआवो सगस धणी मेवाड़ी सिरमौर, भगता रे बेगा आवज्यो, अंदाता ढोला रे ढमके आवज्यो।। मंदिर थारो प्यारों लागे, थारी ध्वजा ...
Read moreDetailsप्राण प्रतिष्ठा बाबोसा की, आज है मेरे घर में, ये खबर फेलादो भक्तो, सारी दुनिया भर में, मंजू बाईसा आ ...
Read moreDetailsआँखों के आंसू हर पल पुकारे, आजा हारे के सहारे, आजा हारे के सहारे।। तर्ज - कब आएगा मेरे। गहरी ...
Read moreDetailsजैसे शीशी कांच की भाई, वैसी नर थारी देह, जतन करन्ता जावसी कोई, हरि भज लावा लेय रे, सिर मौत ...
Read moreDetailsश्याम धणी ने ये दरबार, खुद सजवाया है, दूर दूर से भक्तों को, कीर्तन में बुलाया है, हम सबसे मिलने ...
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