एक दिन सीता जी से रघुवर बोले भरे दरबार में भजन लिरिक्स
एक दिन सीता जी से रघुवर, बोले भरे दरबार में, हनुमान सा ना देखा, मैंने इस संसार में, हनुमान सा ...
Read moreDetailsएक दिन सीता जी से रघुवर, बोले भरे दरबार में, हनुमान सा ना देखा, मैंने इस संसार में, हनुमान सा ...
Read moreDetailsमेरे श्याम संवरना छोड़ो, मेरे श्याम संवरना छोड़ो, नजरिया लग जाएगी, नजरिया लग जाएगी, ओ छलिये।। तर्ज - उड़े जब ...
Read moreDetailsतुमने लाखों की किस्मत सँवारी, अब संवरने की बारी हमारी, तेरी चौखट पे जो भी झुका है, उसको दुनिया ने ...
Read moreDetailsनगर में जोगी आया, श्लोक - ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे भोलेनाथ, ऊँचा है तेरा धाम, ओ कैलाश वाले, ओ परशुराम ...
Read moreDetailsथक सी गई हूँ मैं, जग को पुकार के, शरण में आयी हूँ, सबकुछ हार के।। तर्ज - छुप गया ...
Read moreDetailsभूल उसे बैठा है जग में, नाम रतन जो पाया है, नाम सुमरने, भव से तरने, को तू जग में ...
Read moreDetailsठिकाना है नही पल का, करो सुमिरन हरि का जी, अमर हो गए जिसे भज कर, कबीरा मीरा और शबरी, ...
Read moreDetailsऐ श्याम तेरा मेरे घर पे, सदा आना जाना बना रहे, तू आए कभी मैं आऊं, ये प्रेम पुराना बना ...
Read moreDetailsश्याम नाम की मेहंदी रचाकर, घूँघट में शर्माउंगी, बनके दुल्हनिया श्याम पिया की, ब्रज नगरी अब जाउंगी, ब्रज नगरी अब ...
Read moreDetailsआवणो पड़ेला गुरूजी, आवणो पड़ेला, आज री सत्संग में थाने, आज री जागरण में थाने, आवणो पङेला।। पहला रे युगा ...
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