श्याम नाम की भक्ति ऐसी भव सागर से तार दे लिरिक्स
श्याम नाम की भक्ति ऐसी, भव सागर से तार दे, कर पावन मन जीवन अपना, कर पावन मन जीवन अपना, ...
Read moreDetailsश्याम नाम की भक्ति ऐसी, भव सागर से तार दे, कर पावन मन जीवन अपना, कर पावन मन जीवन अपना, ...
Read moreDetailsभोले भोले रट ले जोगनी, शिव ही बेड़ा पार करे, भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले, भोलेनाथ बिना ना मुक्ति मिले।। ...
Read moreDetailsतू प्यार का सागर है, तेरी इक बूँद के प्यासे हम, तेरी इक बूँद के प्यासे हम, लौटा जो दिया ...
Read moreDetailsलो आ गया अब तो श्याम, मैं शरण तेरी, मैं शरण तेरी मैं शरण तेरी, मैं शरण तेरी मैं शरण ...
Read moreDetailsसिद्ध कुंजिका स्तोत्र, ।शिव उवाच। शृणु देवि प्रवक्ष्यामि, कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम्। येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत॥१॥ न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्। ...
Read moreDetailsकान्हा कान्हा आन पड़ी मैं तेरे द्वार, मोहे चाकर समझ निहार, कान्हा कान्हा आन पड़ी मैं तेरें द्वार।। तू जिसे ...
Read moreDetailsसतजुगा रा बेटा श्रवण, ऐडा तो हुआ रे संतों। दोहा - सतजुग सामी आवतो, ओर कलजुग माँ री थाप, अरे ...
Read moreDetailsजरा धीरे गाड़ी हाको रे, काया नगर रा राम। दोहा - सांझ पडी दिन आतम्यो, तो चटवी दिना रोक, चल ...
Read moreDetailsकूपा रो नीर किन विद सूखे जी, दोहा - संत बडे परमार्थी, और शीतल ज्यारा अंग, तपत बूजावे ओरो की, ...
Read moreDetailsरमो रमो रे भवानी मारी खिमज माँ, खेलो खेलो रे भवानी मारी खिमज माँ, ओ थारा भगत जोवे थारी बाट, ...
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