राणाजी थारो देशड़लो रंग रूड़ो भजन लिरिक्स
राणाजी थारो देशड़लो रंग रूड़ो, दोहा - केशव थारे काज, मैं भगवा वस्त्र धारिया, माला लिनी हाथ मैं, रटती फिरू ...
Read moreDetailsराणाजी थारो देशड़लो रंग रूड़ो, दोहा - केशव थारे काज, मैं भगवा वस्त्र धारिया, माला लिनी हाथ मैं, रटती फिरू ...
Read moreDetailsमैं तो पुरबियों पुरब देस रो मारी हेली, बोली लखेना कोई, मारी बोली लखेना कोई, जो मारी बोली लखे मारी ...
Read moreDetailsबालाजी मेरे मन में बसगे राम, बाट तेरे आवण की रह री।। तेरे जैसा ना राम पुजारी, एक ब आजा ...
Read moreDetailsजे थारो मनवो कयो नी मोने, दोहा - कहे संत संग्राम राम ने, भूलो किकर, भूलीया भूंडी होवसी, माजनो जासी ...
Read moreDetailsधोरा में बनीयो धाम मन भावन, भक्तों रे मन भावे, रूनीचो धाम भलो कहलावे अरे हा।। अजमलजी रे घर में ...
Read moreDetailsअरे हालो रे भाया सिरेमंदर गढ़ धाम, हालो रे भाया सिरेमंदर गढ धाम, किणियागीरी पर्वत पर, देवल सोवणो हो राज, ...
Read moreDetailsभक्ति सुरा री, जियो जियो रे भक्ति सूरा री, काया रो भाँडो काम नई आवे रे, भक्ति सूरा री।। सील ...
Read moreDetailsकन्हैया प्यारे से, नन्द के दुलारे से, खेलेंगे होली हम तो आज, की बच नहीं पाएगा, छुप के कहाँ जाएगा, ...
Read moreDetailsहर पल मुस्काता हूँ, मैं मौज उड़ाता हूँ, क्यूँ तरसूं खुशियों को, मैं जो खाटू में आता हूँ, हर पल ...
Read moreDetailsफागुण में खाटू आऊं, मैं श्याम रंग रंग जाऊं, स्वर्ग जैसा नज़ारा, श्याम लगता है प्यारा, तेरी जय जयकार लगाउं, ...
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