धम धम सीता महले चढे सीता पुराण लिरिक्स
धम धम सीता महले चढे, दोहा - सतीया सत मत छोडजो, और सत छोड्या पथ जाय, सत री बांधी लक्ष्मी, ...
Read moreDetailsधम धम सीता महले चढे, दोहा - सतीया सत मत छोडजो, और सत छोड्या पथ जाय, सत री बांधी लक्ष्मी, ...
Read moreDetailsए पधारो मारा पूरबजी, आज का भजनो मे, वेगा आविजो, आवो मारा पूरबजी, आज री जागन मे, वेगा आविजो, अरे ...
Read moreDetailsहर ग्यारस ने यो खाटू बुलावे, म्हारो बाबो म्हाने लाड़ लड़ावे, मायड़ और बाबुल की जईया, हर ग्यारस ने यों ...
Read moreDetailsहारना भी जरुरी था, तेरे दरबार में इस सर का, झुकना भी जरुरी था, मेरी आँखों से आंसू का, टपकना ...
Read moreDetailsहर ग्यारस पे मुझको, मेरे श्याम बुलाते है, वो हाथ पकड़ मेरा, खाटू ले जाते है, हर ग्यारस पे मुझको, ...
Read moreDetailsमैं खाटू आऊंगा, हर ग्यारस को चरणों में, शीश नवाऊंगा, मेरे भजन से तुझको, बाबा श्याम मैं रिझाऊंगा, मैं छोड़ ...
Read moreDetailsसांची सांची बोल सांवरा, म्हारे घरा कदे आवेगों, पलक बिछाया बैठयाँ मैं तो, पलक बिछाया बैठयाँ मैं तो, कदसु दर्श ...
Read moreDetailsतू हारे का सहारा रे, हम हारे हारे हारे, ओ खाटू वाले, ओ खाटू वाले, तू हारे का सहारा रें।। ...
Read moreDetailsकुछ मांगू नहीं कुछ बोलुं नहीं, मैं श्याम से, मुझे खुशियां मिल जाती हैं, श्याम के नाम से, पहचान मिली ...
Read moreDetailsये बांसुरी तेरी बांसुरी, हाय बांसुरी तेरी बांसुरी, बनी है सौतन मेरी चाहत की, कैसे जियूं मैं सांवरे, ये बाँसुरी ...
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