सिमरू माता शारदा गणपत लागू पाए देसी वंदना
सिमरू माता शारदा, गणपत लागू पाए, सुण्डाले ने सिमरू, गणपत लागू पाय है, हरी खेऊ गुगल धूप हरी ने।। आगणौ ...
Read moreDetailsसिमरू माता शारदा, गणपत लागू पाए, सुण्डाले ने सिमरू, गणपत लागू पाय है, हरी खेऊ गुगल धूप हरी ने।। आगणौ ...
Read moreDetailsम्हारा रोकड़िया हनुमान, दोहा - हनुमत तेरी धाक से, धूजे लंका कोट, करेली मजूरी राम की, तूने पायो लाल लंगोट। ...
Read moreDetailsमेरे साँवरे के खेल तो निराले है, निराले है जी निराले है, निराले है जी निराले है, अपने भक्तों के ...
Read moreDetailsलेके फिर अवतार कन्हैया, श्लोक - यदा यदा हि धर्मस्य, ग्लानिर्भवति भारत, अभ्युत्थानमधर्मस्य, तदात्मानं सृजाम्यहम्। परित्राणाय साधूनां, विनाशाय च दुष्कृताम्, ...
Read moreDetailsखाटू वाले श्याम बिहारी, महिमा है तेरी सबसे निराली। तर्ज - शिरडी वाले साईं बाबा। दोहा - कलयुग में बाबा ...
Read moreDetailsबिल्कुल बगल में मकान, मैया जी मेरे घर आना, मैया जी मेरे घर आना, मैया जी मेरे घर आना।। मैया ...
Read moreDetailsजल में तो डूबी नाव, नावडीयो काई रे करे। दोहा - कबीर सब जग निरधना, तो धनवंता ना कोई, धनवंता ...
Read moreDetailsकानुड़ा का दिल, लुट ले गई गुजरी, कानुडा का दिल, लुट ले गई गुजरी, ले गई गुजरी आ ले गई ...
Read moreDetailsओतो आगे रे कानुडो लाल, ऊबो मारी माँ, इन रे सरवरिये पानी, कदे हि ना जावु, इन रे सरवरिये पानी, ...
Read moreDetailsआंख्या देखो भाईड़ा, दोहा - तपस्या बरस हजार री, सत्संगत पल एक, तो भी बराबर नहीं तुले, सुखदेव कियो विवेक। ...
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