नाच नचा ले बाबा,
अपने दरबार में,
हमको नचाना ना तू,
झूठे संसार में।।
तर्ज – छुरिया चल जाए।
देखे – जी भर नचा ले हमको।
अर्ज लगाऊं तुमसे कान्हा,
हे मोहन गिरधारी,
हे मोहन गिरधारी,
बंसी बजैया धेनु चरैया,
श्याम धणी दातारि,
श्याम धणी दातारि,
बीते ये जीवन मेरा,
बस तेरे प्यार में,
हमको नचाना ना तू,
झूठे संसार में।।
हट जाए अँधियारा सारा,
ज्ञान का दीप जला दे,
ज्ञान का दीप जला दे,
ऐसी लगन लगे प्रभु हमको,
प्रीत की रीत सीखा दे,
प्रीत की रीत सीखा दे,
झूमूँ मस्ती में गाऊं,
सच्चे दरबार में,
हमको नचाना ना तू,
झूठे संसार में।।
जीवन की इस होली में मैं,
तेरे ही रंग राचु,
तेरे ही रंग राचु,
श्याम रंग से तन मन रंगके,
खाटू में मैं नाचू,
खाटू में मैं नाचू,
तेरे होते क्यों डूबे,
नैया मजधार में,
Bhajan Diary Lyrics,
हमको नचाना ना तू,
झूठे संसार में।।
नाच नचा ले बाबा,
अपने दरबार में,
हमको नचाना ना तू,
झूठे संसार में।।
गायक – सरदार रोमी जी।
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