तीस लगी रे म्हारा मन में सेठ की,
मिलणे उनसे जाणो है,
मंडफिया में बैठयो साँवरो,
दर्शन उनको पाणो है,
म्हारे सांवरिया जी जाणो है,
म्हारे साँवरिया जी जाणो है।।
ओ बाट देख रह्यो थो कब से,
साँवरिया ने बुलायो है,
भेजो नहीं बुलाओ,
जैसे खुद ही लेणे आयो है,
कट नहीं रह्यो टेम,
अब ना होतों इंतजार रे,
बड़ी प्यारी है सूरत उकी,
भाई जल्दी चला कार रे,
म्हारे साँवरिया जी जाणो है,
म्हारे साँवरिया जी जाणो है।।
तू जो बुलावे दौड़यो आऊँ,
खुद को मैं तो रोक नी पाऊँ,
माँ बनावे चूरमो म्हारी,
हाथा से में थारे जिमाऊँ,
बड़ी प्यारी है सूरत या,
नजर म्हारी कैसे हटाऊँ,
म्हारा मन में आवे रोज,
यो ख्याल सांवरा,
बैठूँ थारा पास,
सुनाऊँ हाल सांवरा,
घर म्हारो तो बहुत दूर है,
देखणो थारे भी जरूर है,
रोज़ तो नी अई पाऊँ सांवरा,
कैसे थारे मनाऊँ सांवरा,
मन में तो आवे के,
घर थारे ले जाऊँ सांवरा।।
तीस लगी रे म्हारा मन में सेठ की,
मिलणे उनसे जाणो है,
मंडफिया में बैठयो साँवरो,
दर्शन उनको पाणो है,
म्हारे सांवरिया जी जाणो है,
म्हारे साँवरिया जी जाणो है।।
स्वर – चिंतन त्रिवेदी, सुयश चौधरी।
8602230904
लेखक – सुयश चौधरी।