मेरे मन की वंदना माँ तू ही भजन लिरिक्स

मेरे मन की वंदना माँ तू ही भजन लिरिक्स
दुर्गा माँ भजनफिल्मी तर्ज भजनसौरभ मधुकर

मेरे मन की वंदना माँ तू ही,
मेरे दिल की अर्चना माँ तू ही,
सच्ची आराधना माँ तू ही,
जीवन की कामना माँ तू ही,
जिस दिन से आए तेरी शरण,
खुशियों से महका ये जीवन,
जन्मों जनम तेरे है हम,
अब तू ही हमें संभाले,
ओ माँ हमें अपने चरणों से लगा ले,
हमको अपना बना ले,
हमको चरणों से लगा ले।।

तर्ज – मेरा इश्क़ सूफियाना।



हम को तेरा ही सहारा,

साथ तेरा लागे प्यारा,
हरपल जपूँ तेरा नाम,
रोम रोम मेरा गाए,
मैया तेरा नाम भाए,
भाए मुझे कुछ और ना,
करता तेरा दर्शन,
तेरे नाम का करूँ सुमिरण,
जन्मों जनम तेरे है हम,
अब तू ही हमें संभाले,
ओ माँ हमें अपने चरणों से लगा ले,
हमको अपना बना ले,
हमको चरणों से लगा ले।।



मुझको विश्वास है माँ,

मेरे आस पास है माँ,
मुझसे है दूर तू नहीं,
जब भी मेरा मन घबराए,
सर पे मेरे हाथ फिराए,
माँ है बसी हर कहीं,
तेरे चरणों में अर्पण,
‘अंकुश’ का ये जीवन,
जन्मों जनम तेरे है हम,
अब तू ही हमें संभाले,
ओ माँ हमें अपने चरणों से लगा ले,
हमको अपना बना ले,
हमको चरणों से लगा ले।।



मेरे मन की वंदना माँ तू ही,

मेरे दिल की अर्चना माँ तू ही,
सच्ची आराधना माँ तू ही,
जीवन की कामना माँ तू ही,
जिस दिन से आए तेरी शरण,
खुशियों से महका ये जीवन,
जन्मों जनम तेरे है हम,
अब तू ही हमें संभाले,
ओ माँ हमें अपने चरणों से लगा ले,
हमको अपना बना ले,
हमको चरणों से लगा ले।।

स्वर – सौरभ मधुकर।


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