मैंने बाँध लिया प्रेम वाला कँगना भजन लिरिक्स

मैंने बाँध लिया प्रेम वाला कँगना भजन लिरिक्स
कृष्ण भजन

मैंने बाँध लिया प्रेम वाला कँगना,
मैंने बाँध लिया,हाँ मैंने बाँध लिया,
मैंने बाँध लिया, प्रेम वाला कँगना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना।।



मेरा मन पापी,

पाप करना ही छोड़ दे,
दुनिया से नाता तोड़,
तेरे संग जोड़ दे,
यही मांग मेरी,
यही मांग मेरी
यही मांग मेरी और कोई मँगना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना।।



मेरा मन पानी प्रभु,

पावन तू कर दे,
मेरा तेरा नाता जुड़े,
ऐसा मुझे वर दे,
तेरे रंग ऊपर,
तेरे रंग ऊपर,
तेरे रंग ऊपर चढ़े कोई रंग ना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना।।



ऐ मेरे श्याम प्रभु,

तेरा गुण गाउँ,
तेरा गुण गाँउ प्रभू,
तुमको मनाऊँ,
तेरे सिवा प्रभु,
तेरे सिवा प्रभु,
तेरे सिवा प्रभु मेरे और कोई संग ना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना।।



मैंने बाँध लिया प्रेम वाला कँगना,

मैंने बाँध लिया,हाँ मैंने बाँध लिया,
मैंने बाँध लिया, प्रेम वाला कँगना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना,
आओ आओ हरि आओ मोरे अँगना।।


One thought on “मैंने बाँध लिया प्रेम वाला कँगना भजन लिरिक्स

  1. Ye mera special bhajano me khash bhanan hai, ish bhajan ko gane me jitna anad hai, sun ne me v utni hi anand
    hai

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