कितना सुहाना आँगन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा,
कितना प्यारा कितना न्यारा,
जीवन होगा,
कितना सुहाना आंगन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा।।
तर्ज – झिलमिल सितारों का।
घर के आँगन में छोटा सा,
मंदिर हम बनाएंगे,
उसमें छोटी सी एक मां की,
मूरत सजाएँगे,
घर भी हमारा पावन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा,
कितना सुहाना आंगन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा।।
मैया को नहला के,
हल्दी चंदन चढ़ाएँगे,
चंपा और चमिलिया का,
हार पहनाएँगे,
खुशबू से महका तनमन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा,
कितना सुहाना आंगन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा।।
प्रेम से माता रानी को,
भोग लगाएँगे,
जो भी हम खायेंगे वो ही,
माँ को भी खिलाएँगे,
तन-मन भी माँ को अर्पण होगा,
माता का हमको दर्शन होगा,
कितना सुहाना आंगन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा।।
माँ जो हमसे रूठेगी तो,
उसको हम मनाएँगे,
वो भी हमें मनाएगी जब,
हम भी रूठ जायेंगे,
सिर पे हमारे मां का,
आंचल होगा,
माता का हमको दर्शन होगा,
कितना सुहाना आंगन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा।।
कितना सुहाना आँगन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा,
कितना प्यारा कितना न्यारा,
जीवन होगा,
कितना सुहाना आंगन होगा,
माता का हमको दर्शन होगा।।
Singer / Lyrics – Manoj Kumar Khare
9584645408