करे तुम्हारा वंदन,
श्लोक – वक्रतुण्ड महाकाय,
सूर्यकोटि समप्रभ,
निर्विघ्नं कुरु मे देव,
सर्वकार्येषु सर्वदा।
प्रथम गुरु राज को वंदना,
द्वितीय आदि गणेश,
तृतीये सुमरी शारदा,
मेरे कंठ करों प्रवेश।
करे तुम्हारा वंदन,
गौरा के नंदन,
करे तुम्हारो वंदन।।
माता तुम्हारे गौरा मैया,
पार लगावे हमरी नईया,
माया की दूर करो बंधन,
गौरा के नंदन,
करे तुम्हारो वंदन।।
तुमरी सेवा हम नहीं जाने,
बने फिरत हम तो अंजाने,
तुम्हारो है अभिनंदन,
गौरा के नंदन,
करे तुम्हारो वंदन।।
जुगल किशोर शरणागत आये,
तुम्हरे बल पे कलम चलाये,
फूल चढ़ाते चंदन,
गौरा के नंदन,
करे तुम्हारो वंदन।।
करे तुम्हारो वंदन,
गौरा के नंदन,
करे तुम्हारो वंदन।।
गायक – रामप्रकाश तुफानी।
प्रेषक – सोभित बंजारा।
9399772506