कान्हा की दीवानी बन जाउंगी भजन लिरिक्स

कान्हा की दीवानी बन जाउंगी भजन लिरिक्स
राधा-मीराबाई भजन

कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी,
मस्तानी बन जाउंगी,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी।।



कान्हा मेरो गाय चरावे,

मैं ग्वालन बन जाऊं,
पीछे पीछे चुपके चुपके,
गाय चराने जाऊं,
दीवानी बन जाउंगी,
मस्तानी बन जाउंगी,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी।।



कान्हा मेरो जमुना नहावे,

मैं मछली बन जाऊं,
चरणों से मैं ऐसे लिपटु,
भक्तानि बन जाउंगी,
मस्तानी बन जाउंगी,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी।।



कान्हा मेरो माखन खावे,

मैं मिश्री बन जाऊं,
रुच रुच कर वो भोग लगावे,
मैं उसमे रम जाऊं,
अंजानी बन जाउंगी,
अंजानी बन जाउंगी,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी।।



कान्हा मेरो रास रचावे,

मैं रासीन बन जाऊं,
ऐसी रासीन बनु की इन मिल,
गोपिन में छुप जाऊं,
पुरानी बन जाउंगी,
पुरानी बन जाउंगी,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी।।



कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,

कान्हा की दिवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी,
मस्तानी बन जाउंगी,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी।।


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