हमको तेरा सहारा,
तेरे सिवा दयालु,
कोई नहीं हमारा।।
तर्ज – मौसम है आशिकाना।
ढूंढा है सारे जग में,
कोई ना तुझसा पाया,
दिल को मिली तसल्ली,
जब से शरण में आया,
मुझ पर कृपा ये रखना,
छूटे ना दर तुम्हारा,
हमकों तेरा सहारा,
तेरे सिवा दयालु,
कोई नहीं हमारा।।
मैं तो भटक रहा था,
नहीं राह दिख रही थी,
चारों तरफ अँधेरा,
कहीं रोशनी नहीं थी,
अब तो कदम कदम पर,
तेरा मिल रहा इशारा,
हमकों तेरा सहारा,
तेरे सिवा दयालु,
कोई नहीं हमारा।।
जब से हुआ है मेरा,
तेरे दर ये आना जाना,
सब पूछने लगे है,
मेरा भी अब ठिकाना,
जिनको कभी ना भाया,
लगने लगा हूँ प्यारा,
हमकों तेरा सहारा,
तेरे सिवा दयालु,
कोई नहीं हमारा।।
तेरे नाम का असर ये,
दिखलाई दे रहा है,
‘बिन्नू’ भरी सभा में,
ये सबसे कह रहा है,
गुमनाम जिन्दगी थी,
मेरे श्याम ने उबारा,
हमकों तेरा सहारा,
तेरे सिवा दयालु,
कोई नहीं हमारा।।
हमको तेरा सहारा,
तेरे सिवा दयालु,
कोई नहीं हमारा।।
Singer – Rajni Ji Rajasthani
Lyrics – Binnu Ji