गोरख बाबा चरणां के,
पास राखिए,
मनै बणाकै नै सदा,
सदा दास राखिए।।
तर्ज – हरियाणे में भी गेड़ा कदे।
कितना भी पड़ जावै,
दुख मनै सहणा हो,
बणकै पुजारी बाबा,
तेरा मनै रहणा हो,
तेरे पै भरोसा मेरा,
खास राखिए,
मनै बणाकै नै सदा,
सदा दास राखिए।।
लाडला मै तेरा बाबा,
मानूं अपणे आप नै,
मिटणे ना दिए तेरी,
लागी इस छाप नै,
दिल में तू बसै ना,
उदास राखिए,
मनै बणाकै नै सदा,
सदा दास राखिए।।
मिलग्या तु मनै बाबा,
और क्यांहकी लोड सै,
दुनिया पै कोन्या मनै,
तेरे पै मरोड़ सै,
नाम तेरा मेरी,
हर सांस राखिए,
मनै बणाकै नै सदा,
सदा दास राखिए।।
करले कबूल फूल,
श्रद्धा के चढ़ा दिए,
भाव अपणे मन के,
गजेन्द्र नै सुणा दिए,
लक्की कहै जिन्दगी,
बिन्दास राखिए,
मनै बणाकै नै सदा,
सदा दास राखिए।।
गोरख बाबा चरणां के,
पास राखिए,
मनै बणाकै नै सदा,
सदा दास राखिए।।
गायक – लक्की शर्मा पिचौलिया।
9034283904
लेखक – गजेन्द्र स्वामी कुड़लणीया।
9996800660








