मेरे हाल पे कान्हा,
करलो थोड़ा सा गौर,
देखो मेरी ओर कान्हा,
देखो मेरी ओर,
देखों मेरी ओर कान्हा,
देखों मेरी ओर।।
घिरा हूँ ऐसे हालातों में,
सूझे ना कोई चारा,
तेरे होते भी क्या रहूंगा,
मैं हारे का हारा,
छोड़ दी तेरे हाथों,
मैंने तो अपनी डोर,
देखों मेरी ओर कान्हा,
देखों मेरी ओर।।
बचे नहीं है इस दुनिया में,
साथ निभाने वाले,
बस रिश्तों की आड़ में सारे,
अपना काम निकाले,
करूँ भरोसा किस पे,
है मतलब का ये दौर,
देखों मेरी ओर कान्हा,
देखों मेरी ओर।।
अगर श्याम तुम नहीं चुनोगे,
इस जीवन से कांटे,
तू ही बता दे ‘माधव’ अपना,
दुःख फिर किससे बांटे,
तेरे सिवा किसी पे,
नहीं चलता मेरा जोर,
देखों मेरी ओर कान्हा,
देखों मेरी ओर।।
मेरे हाल पे कान्हा,
करलो थोड़ा सा गौर,
देखो मेरी ओर कान्हा,
देखो मेरी ओर,
देखों मेरी ओर कान्हा,
देखों मेरी ओर।।
Singer – Reshmi Sharma
Lyrics – Abhishek Madhav Sharma