चुरू जाये अगर कोई,
सन्देशा मेरा सुना देना,
कृपा करके मुझे भी तो,
तेरे दरपे बुला लेना,
चुरू जाए अगर कोईं,
सन्देशा मेरा सुना देना।।
तर्ज – मुझे तेरी मोहब्ब्त का।
मेरे अश्को के ये मोती,
जमी पर आज है बिखरे,
दर्श की चाह में कई दिन,
कई साल है गुजरे,
चरण मे बाबोसा के कोई,
मेरी अर्जी ये रख देना,
चुरू जाए अगर कोईं,
सन्देशा मेरा सुना देना।।
भरोसा मुझको पूरा है,
बाबोसा मुझको बुलाएंगे,
बुलाकर चुरू नगरी में,
मुझे अपना बनाएंगे,
मेरी जिंदगी जो थी बेरंग,
उसे रंगों से भर देना,
चुरू जाए अगर कोईं,
सन्देशा मेरा सुना देना।।
करूँ सेवा में बस तेरी,
मुझपे इतनी कृपा करना,
लिखे दीवाना ये “दिलबर”,
मुझे चरणों मे जगह देना,
याद में भक्त जो रोये,
उसे तू ना भुला देना,
चुरू जाए अगर कोईं,
सन्देशा मेरा सुना देना।।
चुरू जाये अगर कोई,
सन्देशा मेरा सुना देना,
कृपा करके मुझे भी तो,
तेरे दरपे बुला लेना,
चुरू जाए अगर कोईं,
सन्देशा मेरा सुना देना।।
गायिका – शैलजा मिश्रा।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’
नागदा जक्शन म.प्र.
मो. 9907023365
प्रेषक – श्री हर्ष व्यास मुम्बई।
(म्यूजिक डायरेक्टर एवम कंपोजर)
मो . 9820947184








