तोरा मन दर्पण कहलाए हिंदी भजन लिरिक्स
तोरा मन दर्पण कहलाए, भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।। मन ही देवता, मन ही ईश्वर, मन से...
Read moreDetailsतोरा मन दर्पण कहलाए, भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।। मन ही देवता, मन ही ईश्वर, मन से...
Read moreDetailsएक हरि को छोड़ किसी की, चलती नहीं है मनमानी, चलती नही है मनमानी॥ लंकापति रावण योद्धा ने, सीता जी...
Read moreDetailsजाएगा जब यहाँ से, कुछ भी ना पास होगा, दो गज कफ़न का टुकड़ा, तेरा लिबास होगा।। काँधे पे धर...
Read moreDetailsरट ले हरि का नाम, सब छोड़ दे उल्टे काम, बैरी रट ले हरि का नाम।। जिस दौलत पर तुझे है...
Read moreDetailsमुक्ति का कोई तु जतन करले, रोज थोड़ा थोड़ा हरी का भजन करले। मुक्ति का कोई तु।। भक्ति करेगा तो...
Read moreDetailsयार मेरे मेरे मरने से पहले, भर के चिलम पीला देना, पी के सीधा स्वर्ग मे पहुंचूं, ऐसी दम लगवा...
Read moreDetailsतेरी पनाह में हमे रखना, सीखे हम नेक राह पर चलना।। कपट कर्म चोरी बेईमानी, और हिंसा से हमको बचाना,...
Read moreDetailsसमय को भरोसो कोनी, कद पलटी मार जावे। दोहा - तुलसी नर का क्या बड़ा, और समय बड़ा बलवान, काबा...
Read moreDetailsपत्थर की राधा प्यारी, पत्थर के कृष्ण मुरारी, पत्थर से पत्थर घिस कर, पैदा होती चिंगारी, पत्थर की नारी अहिल्या,...
Read moreDetailsसजधज कर जिस दिन, मौत की शहजादी आएगी, ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी, ना सोना काम आएगा, ना...
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