जगत प्रीत मत करियो रे मनवा भजन लिरिक्स
जगत प्रीत मत करियो रे मनवा, जगत प्रीत मत करियो, हरी वादा से डरियो रे मनवा, जगत प्रीत मत करियो।।...
Read moreDetailsजगत प्रीत मत करियो रे मनवा, जगत प्रीत मत करियो, हरी वादा से डरियो रे मनवा, जगत प्रीत मत करियो।।...
Read moreDetailsइस ज़माने में कलेजा तक, हिला देते हैं लोग, सगे भाई को जहर हँसकर, पिला देते हैं लोग, मुर्दा भी...
Read moreDetailsहर बात को भूलो मगर, माँ बाप मत भूलना, उपकार इनके लाखों है, इस बात को मत भूलना।। तर्ज -...
Read moreDetailsकलयुग बैठा मार कुंडली, जाऊँ तो मैं कहाँ जाऊँ, अब हर घर में रावण बैठा, इतने राम कहाँ से लाऊँ।।...
Read moreDetailsभटकता डोले काहे प्राणी, भटकता डोले काहे प्राणी, चला आ प्रभु की तू शरण मे, संवर जाएगी ये जिंदगानी, भटकता...
Read moreDetailsएक दिन बोले प्रभु हनुमत से, मैं मन की प्यास बुझाउँगा, " लंका विजय के बाद, एक दिन श्री राम...
Read moreDetailsमेरी नैया में लक्ष्मण राम, ओ गंगा मैयाँ धीरे बहो, गंगा मैयाँ हो गंगा मैयाँ, मेरी नैया मे चारों धाम,...
Read moreDetailsसंतन के संग लाग रे तेरी अच्छी बनेगी, अच्छी बनेगी तेरी बिगड़ी बनेगी, अच्छी बनेगी तेरी तेरी किस्मत जगेगी, जाग...
Read moreDetailsपर घर प्रीत मत कीजे, छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा, पर घर प्रीत मत कीजे, पर घर प्रीत मत...
Read moreDetailsमैया ओ गंगा मैया, ओ गंगा मैया में, गंगा मैया में जब तक ये पानी रहे, मेरे सजना तेरी जिंदगानी रहे,...
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